पर इस घटना ने दोनों के दिमाग पर गहरा असर किया है। पर इस घटना ने दोनों के दिमाग पर गहरा असर किया है।
कुछ किताबों में, कुछ दीवारों पर, लिखीं हैं मेरी ख्वाहिशें कुछ किताबों में, कुछ दीवारों पर, लिखीं हैं मेरी ख्वाहिशें
सिले हुए ओठों पर से मानो ताला खुलता है सिले हुए ओठों पर से मानो ताला खुलता है
ये पत्ते, इनमें भी तो जीवन है दर्द है, प्रेम है ,अपनापन है बोल नहीं सकते पर अनुभव त ये पत्ते, इनमें भी तो जीवन है दर्द है, प्रेम है ,अपनापन है बोल नहीं सकत...
सामने पत्तों की मौत थी खड़ी, कैसे बोले पेड़ और क्या बोले डाली सामने पत्तों की मौत थी खड़ी, कैसे बोले पेड़ और क्या बोले डाली
फूलों के संग, डाल भी खिलती है, जड़े भी खिलती है फूलों के संग, डाल भी खिलती है, जड़े भी खिलती है